850 मेगावाट की रतले जलविद्युत परियोजना केंद्र शासित क्षेत्र जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में चिनाब नदी पर एक रन-ऑफ-रिवर योजना है। यह परियोजना भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि 1960 के तहत आती है। 850 मेगावाट (4×205 मेगावाट + 1×30 मेगावाट) की स्थापित क्षमता वाली परियोजना 90 प्रतिशत भरोसेमंद वर्ष में 3,136 मिलियन यूनिट उत्पन्न करेगी। फरवरी 2020 में परियोजना की स्वीकृत लागत 5,281.94 करोड़ रुपये है। परियोजना की स्तरीय टैरिफ 3.92 प्रति यूनिट और प्रथम वर्ष का टैरिफ 3.62 रुपये प्रति यूनिट होगा।

मानव संसाधन

वर्तमान में कंपनी के पास जेवी पार्टनर्स अर्थात एनएचपीसी लिमिटेड और जेकेएसपीडीसी लिमिटेड से प्रतिनियुक्त जनशक्ति है। हम न केवल कर्मचारियों के रूप में बल्कि व्यक्तिगत रूप से अपने सभी कर्मचारियों के विकास और प्रगति के लिए प्रतिबद्ध हैं।